सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

..........क्या इतने अजनबी हो गये हैं हम... कि तेरे ख्यालों में भी नहीं आते...!!!

1........
क्या इतने अजनबी हो गये हैं हम...
कि तेरे ख्यालों में भी नहीं आते...!!!

2......

करवटे बदलने का भी क्या फायदा...
ना इस तरफ तुम, ना उस तरफ तुम...

3......

अच्छे हैं इस कदर के भुलाये नही जाते.....
कुछ लोग धड़कनों में धड़कते हैं उम्र भर.....!!

4......

इस तरह मुस्कुरा के न नज़रें झुका,
बेवजह फिर से सपने सजा लूँगा मैं....

5......

कभी तो अपने लहज़े से तुम भी साबित कर दो...
कि मोहब्बत तुम भी हमसे लाजवाब करते हो...!!

6.....

हजारों चेहरों में एक तुम पर मर मिटे हैं हम...वरना न चाहतों की कमी है...न चाहने  वालों की..!!!

7.....

छुआ तो तुमने बदन था मेरा...,
दाग उसके रुह तक लगे  है...!!

8.....

जिंदगी सिखा गई है सबक कैई मुझे.,
मान.. मर्यादा.. दया.. सब छोड दी मैंने.!?

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तेरे लिये हम है जिये

सिसकियाँ लेता है वजूद मेरा गालिब, नोंच नोंच कर खा गई तेरी याद मुझे। -------------------------------------- इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ग़ालिब, कि लगाए न लगे और बुझाए न बने। -------------------------------------- बोसा देते नहीं और दिल पे ...

जिस्म छूने से मोहब्बत नही होती इश्क़ वो जज्बा है जिसे ईमान कहते है

...... #ख्वाहिश ? भले  #छोटी सी ? हो... लेकिन उसे  पुरा ?  करने के लिए  दिल ❤  #जिद्दी ? होना  चाहिए...!! मैंने लिख दिया जो ज़रूरी लगा तुम पढ़ लेना जो तुम्हें ज़रूरी लगे.... जिन्दगी.. जब भी लगा कि तु...