मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं;
चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें,
इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।
तू मिले या ना मिले ये तो और बात है,
मैं कोशिश भी ना करूँ, ये तो गलत बात है॥
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
हम ‘जान’ दे देते हैं मगर ‘जाने’ नहीं देते !!
ना pimple वाली के लिये, ना dimple वाली के लिये,
ये photo है सिर्फ अपनी simple वाली के लिये
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की,
बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें